भारतीयों के मित्र अमेरिका और व्हाइट हाउस में हैं: अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार


वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और प्रथम महिला मेलानिया की यात्रा के वक्त उनके समर्थन में आए भारत के लोगों का शुक्रिया अदा किया और कहा कि उनके मित्र अमेरिका में और व्हाइट हाउस में हैं। भारत यात्रा पर 24-25 फरवरी को आए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ एनएसए ओ’ब्रायन समेत ट्रम्प प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों का उच्च प्रतिनिधिमंडल था। वे अहमदाबाद, आगरा और नयी दिल्ली गए।



 

अमेरिकी एनएसए ने भारत के लोगों के समर्थन के लिए उनका आभार जताया। ओ’ब्रायन ने ट्वीट किया, ‘‘भारत के सभी लोगों का शुक्रिया जो राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रथम महिला मेलानिया ट्रम्प तथा अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के समर्थन में आए और भविष्य में अपनी दोस्ती तथा भागीदारी की पुष्टि की।’’ एनएसए ने कहा, ‘‘अमेरिका और व्हाइट हाउस में आपके मित्र हैं।’’ वहीं, व्हाइट हाउस ने अलग से एक ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के लोगों का उनकी अद्भुत मेहमाननवाजी के लिए शुक्रिया अदा किया।

 

इस बीच, ‘फॉरेन पॉलिसी’ मैगजीन ने कहा कि ट्रम्प सालों की उच्च स्तरीय वार्ता के बावजूद व्यापार समझौता किए बिना नयी दिल्ली से रवाना हो गए। अमेरिका के कई अखबारों ने यात्रा के बारे में प्रमुखता से खबरें छापी। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा, ‘‘अपनी दो दिवसीय यात्रा में ट्रम्प ने केवल मोदी को धार्मिक स्वतंत्रता का चैम्पियन बताने पर ध्यान केंद्रित किया जबकि भारत सरकार ने मुसलमानों को निशाना बनाते हुए हिंदू-पहले की नीतियां अपनाई।’’


अखबार ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ने मोदी के उन शब्दों को सार्वजनिक रूप से स्वीकार कर लिया कि वह अपने विविध देश में 1.3 अरब लोगों के साथ उनके धर्म के संबंध में निष्पक्ष व्यवहार करते हैं और उन्होंने कई महीनों से चल रहे उन लोगों के प्रदर्शनों का कोई जिक्र नहीं किया जो इसके विपरीत सोचते हैं।’’ यूएसए टुडे ने अपनी खबर में कहा कि ट्रम्प ने यह कहते हुए मोदी सरकार का बचाव किया कि ‘‘उसने धार्मिक स्वतंत्रता के लिए कड़ी मेहनत की’’ जबकि आलोचक कहते हैं कि कानून मुसलमानों से भेदभाव करता है।

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