सोमवार से मंगलवार रात तक आगजनी की 115 घटनाएं



नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में रविवार से शुरू हुए हिंसा के दौरान के बीच सोमवार और मंगलवार को जमकर आगजनी की घटनाए हुईं। सोमवार से मंगलवार रात तक दमकल विभाग को जिले से करीब 115 आगजनी की सूचना मिलीं। खराब हालात के दौरान दमकल कर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर लोगों तक न सिर्फ मदद पहुंचाई बल्कि आग की बड़ी घटनाओं को भी रोका। उपद्रव के दौरान भीड़ ने दमकल की एक गाड़ी फूंकने के अलावा चार गाड़ियों में तोड़फोड़ कर डाली। वहीं हमले में दमकल के चार जवान जख्मी भी हुए। आगजनी के दौरान कई जगह भीड़ ने दमकल की गाड़ियों व जवानों को निशाना बनाकर पथराव भी किया।



दमकल के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सोमवार दिन से लेकर मंगलवार सुबह आठ बजे तक कंट्रोल रूम को आगजनी की कुल 45 कॉल मिली थी। मंगलवार सुबह आठ बजे से देर शाम तक 70 और कॉल मिली। मौजपुर, घोंडा, कर्दमपुरी, सुदामापुरी, करावल नगर, मुस्तफाबाद, शिव विहार, भागीरथी विहार, भजनपुरा, गोकुलपुरी के अलावा अन्य इलाकों से यह कॉल आई। हालात यह हो गई थी कि दमकलकर्मी एक जगह पहुंच पाते तो उपद्रवी दूसरी जगह पर दुकानों, मकानों व वाहनों को आग के हवाले कर रहे थे। दमकल विभाग के मुताबिक कुछ जगहों पर उन्हें आग बुझाने से भी रोका जा रहा था। बावजूद इसके इन लोगों ने लोगों को समझाकर अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया। मंगलवार को ही 70 कॉल पर 200 से अधिक गाडिय़ों को आग पर काबू पाने के लिए भेजा गया।



दिल्ली के चार इलाकों में कर्फ्यू

दिल्ली के मौजपुर, जाफराबाद, करावल नगर और बबरपुर इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है दिल्ली पुलिस के विशेष सीपी प्रवीर रंजन ने जानकारी दी है कि पूर्वोत्तर दिल्ली में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। 



जाफराबाद मेट्रो स्टेशन से महिलाओं का हटाया 

दिल्ली पुलिस ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन इलाके के पास से प्रदर्शनकारियों को हटाकर जाफराबाद रोड को खाली करवाया गया है। फिलहाल यहां भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया है ताकि दोबारा लोग इकट्ठा न हो सकें। साथ ही मौजपुर चौक और छियासठ फुटा रोड को भी पुलिस ने खाली करा लिया है।



मुख्य मार्ग को छोड़कर कॉलोनियों को निशाना बनाया 

उत्तर पूर्वी जिला में उपद्रवियों ने रात में मुख्य मार्ग को छोड़कर कॉलोनियों को निशाना बनाने लगे। इस बात की जानकारी मिलने के बाद आस-पास के इलाके के लोग खौफजदा हो गए और उन्होंने अपनी रात जागकर बिताई। इतना ही नहीं उन्होंने गलियों घूमकर परिवार की सुरक्षा का मोर्चा भी संभाला। आस-पास रहने वाले सभी समुदाय के लोगों ने एक दूसरे की मदद करने का वादा भी किया।

सोमवार सुबह से शाम तक उपद्रवी कई इलाकों में आगजनी और लूटपाट करते रहे। दिन में यह सब मुख्य सड़कों पर चलता रहा लेकिन रात में उपद्रवी कॉलोनियों में घुसकर एक समुदाय के लोगों को निशाना बनाने लगे। इस बात की जानकारी आसपास के कॉलोनियों को मिली और सभी खौफजदा हो गए। उन लोगों ने अपनी कॉलोनियों की सुरक्षा में लग गए। गलियों के प्रवेश करने वाले रास्ते पर उनलोगों ने बेरीकेड लगा दिया और परिवार की सुरक्षा के लिए सभी अपने घरों के बाहर पहरा देने लगे। कई जगहों पर उपद्रवियों की भीड़ कॉलोनियों में घुसने की कोशिश की लेकिन लोगों ने उन्हें खदेड़ दिया। लोगों ने बताया कि सभी इलाकों में डर का माहौल है और उपद्रवियों के हमले का डर उन्हें सता रहा है। ऐसे में कॉलोनीवासियों ने एकजुट होकर उपद्रवियों का सामना करने की ठानी है।



हिंसा में शहीद हुए दिल्ली पुलिस के हेड कॉस्टेबल का पार्थिव शरीर पहुंचा घर 

वहीं दिल्ली हिंसा में शहीद हुए दिल्ली पुलिस के हेड कॉस्टेबल रतनलाल के घर उनका पार्थिव शरीर पहुंचा है। स्थानीय लोगों का कहना था कि मुख्यमंत्री केजरीवाल शहीद के घर परिवार से मिलने आए थे और परिवार को आर्थिक मदद देने की घोषणा करने वाले थे लेकिन दूसरे लोगों ने उन्हें वहां जाने से रोका। जिसके बाद स्थिति बिगड़ न जाए इसके लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल वहां से चले गए।



यह खबर भी पढ़े: दंगा और आगजनी सोची-समझी रणनीति, देश को बदनाम करने के लिए हुई दिल्ली में हिंसा- डॉ. पूनियां



यह खबर भी पढ़े: करण जौहर बनाएंगे सौरव गांगुली पर बायोपिक, अब पर्दे पर दिखेगी 'दादा' गिरी



मात्र 289/- प्रति sq. Feet में जयपुर में प्लॉट बुक करें 9314166166



Comments