राम राज्य की स्थापना राजगद्दी से नहीं बल्कि व्यास गद्दी से संभव है-फलाहारी बाबा

बाराचवर: मुहम्मदाबाद क्षेत्र के बगेन्द गांव मे रूद्र महायज्ञ के दौरान बैदिक मंत्रोचारण के द्वारा कथा मे राम का राज्याभिषेक हुआ। इस अवसर पर महामण्डलेश्वर श्री शिवराम दास जी फलाहारी बाबा का उपस्थित गणमान्य लोगों ने माल्यार्पण किया। उन्होंने उपस्थित लोगों को बताया की कैकेयी निन्दनीय नहीं, बन्दनीय भी नहींबल्कि परम बंदनीय है कौशल्या की कोख से यदि राम का जन्म हुआ तो कैकेयी के कोख से रामराज्य का जन्म हुआ। रामचरितमानस मे सबसे ज्यादा राम का प्रेमी कैकेयी थी। बाल्यावस्था मे राम ने कैकेयी ने वनबास का बचन मांग लिया था।

फलाहारी बाबा ने कहा की प्रेम देना जानता है लेना तो सिखा ही नहीं । यही कारण है बनवास वापसी के बाद अयोध्या आने पर सबसे पहले राम कैकेयी से मिले। सत्ताधिश सत्ता पर बैठने के पहले यदि सत्य का दर्शन करने के उपरांत सत्तासीन होता है तो सत्ता ब्यवस्थित ही नहीं सुब्यवस्थित होते हुये रामराज्य का सृजन करती है ।राम राज्य की स्थापना राजगद्दी के माध्यम से नहीं बल्कि ब्यास गद्दी से संभव है। चक्रवर्ती महाराज दशरथ राजगद्दी के माध्यम से राज्याभिषेक करना चाहे लेकिन नहीं हो सका।

बशिष्ट जी के व्यास गद्दी के माध्यम से राम का राज्याभिषेक संभव हुआ। इस अवसर पर उपस्थित सभी प्रेस प्रतिनिधियों को फलाहारी बाबा के द्वारा आशिर्वाद के साथ साथ अंगवस्त्रम, कलम एवं प्रसाद भेंट कर सम्मानित किया गया।

इस मौके पर मनीष राय ग्राम प्रधान, स्वामी नाथ राय, श्री कांत राय, सुमित राय, श्रीधर राय, योगेष राय, दयाशंकर राय, रामबिलास यादव शिवचंद राज भर,अंगद यादव ,ओमप्रकाश राजभर समेत हजारो की संख्या में लोग उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के अंत मे प्रोफेसर प्रभुदेव राय ने आभार ब्यक्त किया।

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