गाज़ीपुर के महेंद, सोनवानी और जगदीशपुर के पास नदी में जाल लगाया गया है, जिससे कुछ लोग अपनी अच्छी कमाई का जरिया बनाये हुए हैं। 10 अक्टूबर को किसानों के धरना के बाद मुहम्मदाबाद प्रशासन जागा और अनं फानन में अधिकारियों ने जगह-जगह जाल को हटवाया लेकिन प्रशासन और मछुआरों के बीच लुकाछिपी का खेल बदस्तूर जारी है। बार-बार जाल लगा दिया जा रहा है। प्रशासन ने 18 लोगों के खिलाफ नामजद fir दर्ज कर फिर गहरी निद्रा में सो गया। अंत में आजिज आकर ग्राम प्रधान अश्वनी राय ने हाईकोर्ट में अवमानना का वाद दायर किया। हाईकोर्ट ने डीएम को 19 नवंबर तक कार्रवाई न करने पर जवाब देने को कहा है।
मगई नदी का प्रवाह रोकने और शारदा नहर द्वारा पानी छोड़े जाने से कई गांवों की लगभग पांच हजार बीघे धान बाजरा और सब्जी की फसल नष्ट हो चुकी है। इसके अतिरिक्त 15 हजार बीघे तक खेत मे बोआई नहीं हो पाएगी।
मगई नदी का प्रवाह रोकने और शारदा नहर द्वारा पानी छोड़े जाने से कई गांवों की लगभग पांच हजार बीघे धान बाजरा और सब्जी की फसल नष्ट हो चुकी है। इसके अतिरिक्त 15 हजार बीघे तक खेत मे बोआई नहीं हो पाएगी।
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