बेटे की मौत का गम दिल मे दबाकर बाप ने की बेटी की विदाई

कानपुर देहात में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है। यहां एक साथ भाई की अर्थी और बहन की डोली उठाई गई। भाई की मौत की बात को सीने में दबाए पिता रातभर शादी के रस्म निभाता रहा। सुबह जब बहन की डोली उठी इसके बाद पिता की आंखों से आंशू फूट पड़े।
मंगलपुर थाना के करियाझाला रोड निवासी सेवा निवृत्त फौजी रामनरेश यादव की बेटी अंजू की बुधवार को सिंधी कालोनी भरथना इटावा से बरात आई थी। शादी का कार्यक्रम घर के पास ही एक गेस्ट हाउस था। बरात पहुंचने के बाद स्वागत की तैयारी चल रही थी।

तभी कुछ सामान लाने दुल्हन का भाई हिमांशु यादव (19) करियाझाला मोड़ स्थित घर गया था। वहां से वापस आते समय किशौरा मोड़ पर किसी वाहन ने  उसकी बाइक में टक्कर मार दिया था। राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने उसे सीएचसी पहुंचाया। वहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था। बेटे की मौत की खबर मिलते ही पिता रामनरेश सीएचसी पहुंचा। वहां वह बुरी तरह से बिलखने लगा था लेकिन कुछ लोगों ने शादी में व्यवधान पडने की बात समझा शांत कराया।
दुल्हन अंजू उसकी मां किरन व भाई सुमित को हिमांशु की मौत की बात नहीं बताई गई। सुबह विदाई होने के बाद जैसे ही सभी को हिमांशु की मौत की जानकारी मिली तो कोहराम मच गया।
ससुराल पहुंचने के बाद दुल्हन अंजू अपने पति अनिकेत के साथ वापस अपने घर आई। भाई के शव से लिपट कर रोते हुए कई बार बेसुध हो गई। यह देख वहां मौजूद लोग आंसू नहीं रोक सके। लोग पारिवारी जनों को ढांढस बंधाने के दौरान खुद रो पड़ते थे। परिजनों ने शव का औरैया यमुना नदी किनारे ले जाकर अंतिम संस्कार किया।

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