अयोध्या विवाद पर फलाहारी बाबा बोले!

बाराचवर: मुहम्मदाबाद तहसील के करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत बगेन्द गांव में शिव मंदिर पर श्री रूद्र महायज्ञ की तैयारी करवाते हुए श्री राम कथा में अयोध्या वासी मानस मर्मज्ञ.भागवत्वेत्ता. महामंडलेश्वर श्री शिवराम दास फलाहारी बाबा ने कहा कि 500 वर्ष पुराने विवाद पर विराम देते हुए आदरणीय सर्वोच्च न्यायालय का जो निर्णय है वह सर्वहित.सर्व सुख. सर्वप्रिय और सर्वमान्य है।प्रभु श्री राम एक देश और एक कौम के नहीं है।

श्री राम चौरासी लाख योनि के ईश्वर और मानव मात्र के लिए परम आदर्श हैं ।किसी भी धर्म के धार्मिक मजहब के मजहबी को शांति पाने हेतु राम के आचरण को आत्मसात करना ही होगा प्रत्येक पुरुष सीता जैसी पत्नी और प्रत्येक नारी राम जैसा पति चाहती है। राम और सीता के कर्तव्यनिष्ठ को नकारा नहीं जा सकता।फलाहारी बाबा ने कहा की सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय सभी वर्गों के निर्विवाद भविष्य के निर्माण का कार्य करेगा। निराभिमानिता के साथ मेरी प्रार्थना है कि सभी लोग सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को सहर्ष स्वीकार करें।राम प्रेम करुणा का संदेश देते हैं अतः हम सब का परम कर्तव्य बनता है कि विरोधाभासी बयान देकर राम को कलंकित करने का काम न करें।

विश्व का सबसे पुरातन धर्म केवल सनातन धर्म है। राम का शासन स्वशासन था।अनुशासन यदि देश को महान बनाता है तो स्वशासन अपने आप को महान बनाता है।जब तक हम स्व शासित नहीं होंगे तब तक हम समाज के सामने अपने आपको आदर्श के रूप में स्थापित नहीं कर पाएंगे।

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