अभाविप करेगी ग्रामीण संवेदनाओं की अनुभूति



ग़ाज़ीपुर: रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गाजीपुर द्वारा "आओ चलें गांव की ओर" सामाजिक अनुभूति कार्यशाला का आयोजन रायगंज स्थित कार्यालय पर किया गया।
अभाविप काशी प्रान्त की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ सुचिता त्रिपाठी ने कहा कि वर्तमान परिवेश में हमारा भारत देश दो भागों में बटा हुआ है। एक तरफ शहरों की चकाचौंध एवं विकासशीलता है। वही दूसरी तरफ जहा भारत की सभ्यता व संस्कृति निवास करती है ऐसे गाँव विकास से कोसो दूर हैं। युवा अपनी भारतीय संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं। युवाओं में सामाजिक समस्याओं के प्रति जागरूकता लाने,ग्रामीण संस्कृति,कला,रीति-रिवाज,रहन-सहन,खान-पान व जीवन-यापन का प्रत्यक्ष अनुभव करने,समाज मेरा मैं समाज का ये भाव छात्रों में जागृत हो। प्रत्यक्ष समाज का दर्शन ही अनुभूति है कार्यक्रम का उद्देश्य है।
प्रदेश मंत्री सुधांशु शेखर ने कहा कि आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व जागरूकता का अभाव है। स्वास्थ्य,भुखमरी,नशाखोरी,कुपोषण,जातिवाद,बाल विवाह, बाल मजदूरी,महिला उत्पीड़न,दहेज प्रथा,अंधविश्वास जैसे विकृतियों को समाप्त करने, पर्यावरण संरक्षण को लेकर कार्यकर्ता समाज को जागरूक करने के साथ-साथ समाज जीवन की संवेदनाओं का अनुभव करेंगे।
जिला संयोजक अनुराग त्रिपाठी ने कहा कि समाज जीवन का प्रत्यक्ष अनुभव करने के लिए NCC, NSS, स्पोर्ट्स सहित कुल पांच-पांच की बीस टोली लगभग 100 कार्यकर्ता 18 से 25 जून सात दिनों तक ग्रामीण क्षेत्रों में सम्पर्क करेंगे। प्रत्येक दिन एक टोली अधिकतम दो गाँव सम्पर्क करेगी तथा रात्रि भोजन व विश्राम उसी गांव में करेंगी।
कार्यशाला के दौरान जिला संगठन मंत्री अमित देव,काशी विभाग संयोजक कामदेश्वर सिंह,डॉ पूजा भारत,SFD जिला संयोजक आशीष सिंह,प्रदेश कार्यकारणी सदस्य सुनील चौरसिया,अभिनव उपाध्याय,प्रशांत राय,मनीष विश्वकर्मा,विशाल सिंह,शिवम पांडेय आदि लोग उपस्थित रहेगी।

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