प्राचीन मां काली मंदिर में चौथे दिन भी हुआ भजन कीर्तन



मोहम्मदाबाद (ग़ाज़ीपुर): युसुफपुर स्थित माता महाकाली मंदिर परिसर में प्रतिदिन स्थानीय लोकगीत कलाकारों द्वारा भजन कीर्तन का आयोजन व माता रानी का प्रतिदिन भव्य श्रृंगार का आयोजन किया जा रहा है। माता रानी का दरबार 51 शक्तिपीठों में से एक है। माता रानी के दरबार में नवरात्रि के समय अखंड ज्योति जला कर अपनी मनोकामना को पूर्ण होने की कामना मां के भक्तगण करते हैं और उनकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। प्राचीन मां काली के दरबार में दूर-दराज से भी भक्तगण उपस्थित होते हैं और नवरात्रि की सप्तमी के दिन अखंड ज्योति जला कर अपनी मनोकामना पूर्ण होने की कामना करते हैं। मां काली का युसुफपुर स्थित यह मंदिर बहुत ही प्राचीन है और ऐसा माना जाता है कि माता के दरबार में जो भी भक्त माता रानी के पूजन अर्चन कर अपनी मनोकामना को पूर्ण होने की कामना करता है उसकी कामना माता रानी पूरा करती है। यह मंदिर आस्था का केंद्र है। इस मंदिर पर बहुत ही विशाल मां की मूर्ति स्थापित की गई है। इस मंदिर में मां महाकाली की मूर्ति मां सरस्वती की मूर्ति और महा चंडिका की मूर्ति स्थापित है। माता रानी के दरबार में रोते हुए लोग आते हैं और हंसते हुए वापस जाते हैं ऐसी मान्यता है।

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