भव्य वार्षिकोत्सव में बच्चों ने मचाया धूम



मुहम्मदाबाद: रिवरडेल ग्लोबल स्कूल जयनगर कुण्डेसर का वार्षिकोत्सव विद्यालय के प्रांगण में बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भब्य रूप से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गाजीपुर के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह, सेवानिवृत्त पुलिस कमिश्नर दिल्ली विरेन्द्र नारायन सिंह, विद्यालय के निदेशक बृजेश नारायण सिंह सचिव वरूण नारायण सिंह प्राचार्य मेघा माल्या के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। अपने संबोधन में पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों में उत्साह कर्तव्य निष्ठा लगनशीलता को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को बच्चो के सर्वांगीण विकास के लिए प्रेरित किया । कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश वंदना के साथ किया गया। जिसमें विद्यालय के नन्हे मुन्ने बच्चों ने अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाए हुए कार्यक्रम को भब्य रूप प्रदान किया वही बादल से पांव है के नृत्य ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा अंग्रेजी नाट्य रुपांतरण इतनी बखूबी से रखा कि दर्शक तालियां बजाने पर मजबूर हो गये। जब कि आई ए एम बार्बी गर्ल एवं कर हर मैदान फतह इत्यादि गीतों पर थिरक कर बच्चों ने फिर अपनी अद्भुत क्षमता का परिचय दिया। बच्चों के द्वारा भारत के पूर्व राष्ट्रपति महान वैज्ञानिक डॉक्टर ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम के जीवन चित्रण पर गंभीरता से रोशनी डाली गई एवं प्रोत्साहन भरा संदेश दिया गया।

बच्चों के द्वारा महिला सशक्तिकरण के ऊपर बल दिया गया। लड़कियों एवं महिलाओ के सम्मान करने का प्रण लिया गया। आज की महिलाएं सभी क्षेत्रों में अग्रसर हैं। जिसका उदाहरण थलसेना वायुसेना एवं नौ सेना में भी कई कीर्तिमान महिलाओं के द्वारा स्थापित किए गए हैं । गणतंत्र दिवस परेड राजपथ पर भी महिला कमांडो के द्वारा आज सलामी दी जा रही है कार्यक्रम को सफल बनाने में पटना एवं वाराणसी से आए हुए इवेंट प्लानर कोरियोग्राफर की भूमिका सराहनीय रही। बच्चों में बेहतरीन प्रदर्शन कर न केवल दर्शकों को बल्कि एक बेहतरीन सांस्कृतिक माहौल तैयार किया।

इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक बृजेश नारायण सिंह ने कहा कि हर किसी में कला छिपा हुआ है बस उसे निखारने की जरूरत है। बच्चे एक कच्चे घड़े के समान होते हैं उनको जिस सांचे में ढल एवं रम जाते हैं। शिक्षा के साथ-साथ कला कला भी एक आवश्यक है। जिससे बच्चों में एक सांस्कृतिक वातावरण पैदा होता है तथा मानसिक विकास में सहयोगी होता है विद्यालय परिवार की तरफ से उपस्थित सभी अभिभावक बच्चों एवं आए हुए विशिष्ट अतिथि का आभार प्रकट किया गया।

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