नेपियर में टीम इंडिया की एक तरफा जीत, लेकिन बीच में क्यों रुका था खेल जानिए



नेपियर ओडीआई में आज टीम इंडिया ने न्यूज़ीलैंड पर 8 विकेट से आसान जीत हासिल करके उस धारणा को ख़त्म कर दिया कि ऑस्ट्रेलिया की तुलना में न्यूज़ीलैंड के कीवियों से सख्त मुकाबला होगा। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। इसके लिए ज़िम्मेदार टीम इंडिया की उम्दा बॉलिंग, फील्डिंग और कैचिंग रही। फ़ास्ट बॉलर्स मो.शमी और भुवनेश्वर कुमार फुल फॉर्म में रहे और स्पिनर्स कुलदीप यादव और यजुर्वेंद्र चहल ने भी बेड़ा गर्क करने में कसर नहीं छोड़ी। शमी ने 3 और चहल ने 2 विकेट लिए। अंतिम चार विकेट तो कुलदीप चट कर गए। कीवी 38 ओवर्स में 157 पर आल आउट। उनकी बुरी हालात का इससे बेहतर नमूना दूसरा नहीं हो सकता कि छह बैट्समैन दहाई अंक क्रॉस नहीं करने पाए। सबसे ज़्यादा रन तो कप्तान विलियमसन (64) ने बनाये। रॉस टेलर (24) दूसरे नंबर पर रहे। दरअसल, चहल का टेलर को अपनी ही बॉल पर कैच करना मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। और इसके लिए उन्हें अवार्ड भी मिला।
टीम इंडिया ने अपना लक्ष्य 35वें ओवर में हासिल कर लिया। अगर वो चाहते तो 30वें ओवर में मैच ख़त्म हो जाता। लेकिन बैट्समैन को देर तक मैदान में खड़े होने की प्रैक्टिस के उद्देश्य के चलते ऐसा नहीं होने पाया।
आज शिखर धवन के बैट से कई दिन बाद अच्छी पारी देखने को मिली। उन्होंने 75 रन बनाये और जब तक टीम इंडिया जीत नहीं गयी, क्रीज़ पर खड़े रहे। इस प्रोसेस में उन्होंने 118वीं इनिंग में 5000 रन पूरे कर लिए जबकि विराट कोहली ने इस माईलस्टोन को छूने में 114 इंनिग खेली थीं। विराट ने 45 रन बनाये और अब वो दस हज़ारी की टॉप टेन लिस्ट में शामिल हो गए हैं। उन्होंने वेस्ट इंडीज़ के ब्रायन लारा को पीछे छोड़ा है।
मो.शमी के नाम भी आज एक रिकॉर्ड दर्ज हुआ। वो ओडीआई में 100 विकेट लेने वाले फास्टेस्ट इंडियन बन गए हैं। उन्होंने ये मुक़ाम 56 मैचों में हासिल करके इरफ़ान खान को पछाड़ा जिन्हें यहाँ तक पहुँचने में 59 मैच खेलने पड़े। उम्दा बॉलिंग के लिए आज शमी को मैन ऑफ़ दि मैच का तोहफ़ा भी मिला।
आज की एक विचित्र और मज़ेदार घटना ये रही कि टीम इंडिया की बैटिंग के दौरान 30 मिनट तक खेल रोकना पड़ा, वज़ह बारिश नहीं बल्कि सूरज की तेज रोशनी रही। वस्तुतः आमतौर पर पिचों की दिशा नार्थ-साउथ होती है जबकि नेपियर की पिच ईस्ट-वेस्ट है। इसलिए शाम को ढलते सूरज की तेज रोशनी से शिखर धवन की आँखें चौंधियां गयीं। ऐसे में खेल रोक कर सूर्य के अस्त होने का इंतज़ार किया गया। इसका असर ये पड़ा कि डी/एल नियम लागू करना पड़ा और टीम इंडिया का रिवाइज़ लक्ष्य 49 ओवर्स में 156 हो गया।
सच कहें तो आज मैच में मज़ा नहीं आया, न कोई थ्रिल और न कोई रोमांच। लेकिन सब दिन एक जैसे नहीं होते। उम्मीद है कि अपनी संघर्ष की प्रवृति के लिए मशहूर कीवी अगले मैच को एकतरफा नहीं होने देंगे।

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