जन्मदिन विशेष: जाने हार्टमन इण्टर कॉलेज के पर्यावरण प्रेमी फादर पी0 विक्टर के बारे में



बाराचवर(ग़ाज़ीपुर): फादर पी विक्टर का जन्म 24 जनवरी 1967 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी में नायर कोयल स्थान पर हुवा था।पिता स्व ए पीटर एवम माता श्रीमती विन्सेन्ट के संरक्षण में इनकी प्रारंभिक शिक्षा तमिलनाडु में हुइ। हाई स्कुल प्रथम श्रेणी से उत्तिर्ण करने के बाद पहली बार इण्टर मिडिएट की शिक्षा ग्रहण करने के लिए पी विक्टर पहली बार काशी आये इनको काशी से उसी समय लगाव हो गया।इन्होंने इण्टर मिडिएट कि शिक्षा सेंण्ट जांस स्कुल डी एल डब्ल्यू वाराणसी से प्रथम श्रेणी से पास की। स्नातक की शिक्षा इलाहाबाद विश्वविद्यालय से प्राप्त करने के बाद आपने प्रयाग संगीत समिति से संगीत प्रभाकर की डिग्री प्राप्त की।25 अप्रैल 1995 को आपको कन्याकुमारी में आपके जन्म स्थान पर आयोजित पुरोहिताभिषेक कार्यक्रम में फादर (पुरोहित) बनाया गया।फादर बनने के बाद आपको वाराणसी धर्म प्रान्त के गाजीपुर जनपद के ग्रामीण इलाके में स्थित मरियाबाद मिशन पर फादर के रूप में नियुक्त होनें का सौभाग्य प्राप्त हुवा। यह गाजीपुर जनपद में फादर के रूप में आपका प्रथम आगमन था। मरियाबाद मे 2 साल की सेवा के बाद फादर पी विक्टर को वाराणसी स्थित नवसाधना कालेज आफ भरतनाट्यम का प्रशासक बनाया गया।1997 से 1998 तक आपने इस पद को सुशोभित किया। उसके बाद जिस कालेज से आपने स्वयं शिक्षा ग्रहण की थी उसी सेंट जांस स्कूल वाराणसी का उप प्रधानाचार्य बनने का सौभाग्य प्राप्त हुवा। 3 साल के बाद आपको उच्च शिक्षा के लिए सेण्ट जेवियर्स कालेज कलकत्ता भेजा गया। 1 वर्ष के पश्चात आपको शाहगंज जौनपुर स्थित सेण्ट थामस इण्टर कालेज का उप प्रधानाचार्य बनाया गया। आपने 5 वर्ष तक शाहगंज में ज्ञान का दीपक जलाने का कार्य किया।डयोसिस आफ वाराणसी के द्वारा आपकी काबिलियत एवम आपके अन्दर की उर्जा को देखकर 2005 में सेंट जान्स स्कूल लोहता का प्रथम फादर एवम प्रधानाचार्य बनाया गया।2007 में काशी विद्वत परिषद के द्वारा काशी रत्न से आपको वाराणसी की जमीं पर नवाजा गया।2007-8 में आपको गाजीपुर जनपद के ग्रामीण इलाके मे स्थित सबसे पुराने बिद्यालय हार्टमन इण्टर कालेज हार्टमन पुर का काया कल्प करने के लिए भेजा गया। आपके देख रेख में हार्टमन ईण्टर कालेज हार्टमन पुर का जनपद में एक सम्मान जनक स्थान हो गया है। आपके कार्यकाल में हार्टमन पुर मिशन में जनपद का सबसे खूबसूरत चर्च ,बोडिंग, समेत अनेक निर्माण कार्य बिकास के कार्य कराये गये है। आपने जनपद को हरा भरा करने के लिए एक संस्था बनायी है जिसे लोग मिशन ग्रीन गाजीपुर के नाम से जानते है। इस संस्था के माध्यम से आपने 2014 में एक वर्ष में 25000 बृक्षारोपण कराकर एक रिकार्ड कायम किया है।आपके पर्यावरण के प्रति विशेष लगाव एवम बृक्षारोपण के लिए समर्पित भाव को देख कर वाराणसी धर्म प्रान्त के धर्माध्यक्ष परम श्रद्धेय डा यूजिन जोसफ के द्वारा भी प्रोत्साहन मिलता है। 2018 में भी आपने वाराणसी धर्म प्रान्त से प्राप्त 25000 पौधो को गाजीपुर बलियां मऊ जनपद में रोपण कराने का कार्य किया है। हर वर्ष आपका यह कार्य निरन्तर आगे बढ रहा है।फादर पी विक्टर अब तक लगभग एक लाख से ज्यादा की संख्या में पौधा रोपण कार्य कराकर एक अनोखा रिकार्ड पूर्वांचल में कायम कर दिये है।पर्यावरण प्रेम की वजह से फादर पी विक्टर को अब लोग ग्रीन फादर के नाम से जानने लगे है।आप पर्यावरण प्रेमी के साथ साथ लेखक,गीतकार, गायक एवम वादक भी है।आप के द्वारा स्वरचित अनेक गीत भजनों की रिकार्डिंग भी की गयी है। कुछ भजनों को तो आप की आवाज मे भी रिकार्ड किया गया है।आप बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति है। आपने हार्टमनपुर की उसर माटी को अपने प्रयास से हरा भरा कर दिया है।आपको अब तक गाजीपुर बलिया जनपद के अनेक कार्यक्रमों में सम्मानित किया जा चुका है। आपके 51 वे जनमदिन पर ,बिद्यालय परिवार एवम समस्त क्षेत्रवासीयों ,शुभचिंतकों, अभिभावको, की हार्दिक शुभकामनाए।

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