असत्य पर सत्य का विजय - रावण हुआ दहन

बाराचवर(गाजीपुर) अस्तय पर सत्य का विजय पर्व विजयदशमी क्षेत्र मे धूम-धाम से मनायी गयी वही स्थानीय अति प्राचिन रामलीला कमेटी बाराचवर की तरफ से रामलीला मैदान पर शाम को पांच बजे पच्चास फुट का रावण दहन मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु राम के द्वारा हुआ।

ज्ञातव्य हो कि कुछ लोगों के मन में रावण दहन को लेकर भ्रांति उत्पन्न हो गयी थी । दशमी तिथि को रावण का दहन होता है लेकिन आज नौमी तिथि शाम को दो बजे तक है दो बजे के बाद दशमी तिथि शुरू हो जा रही है जो शुक्रवार को बारह बजे दिन तक रहेगी।इस सम्बंध मे हमारे प्रतिनिधि ने रावण दहन को लेकर टोडरपुर गांव के ज्योतिषाचार्य प०विजयशंकर चर्तुवेदी से चर्चा किया तो उन्होने बताया की रावण एक प्रतापी राजा के साथ-साथ प्रकाण्ड विद्वान तथा बहुत बड़ा ज्योतिषाचार्य भी था। उनका अंत प्रभु राम के द्वारा स्वर्णा नक्षत्र में हुआ था। इसीलिए विजयादशमी का पर्व आज ही के दिन मनायी जा रही हैऔर रात्रि मे पछका हो जा रहा जो कल बारह बजे दिन तक रहेगा अगर इस नक्षत्र मे रावण दहन नहीं होता है तो काल खण्ड में इसका बुरा प्रभाव पड़ता है।


दशमी के दिन आज रामलीला मैदान पर बृहस्पतिवार के दिन राम रावण के बीच भयंकर युद्ध हुआ तथा युद्ध के दौरान मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु राम के द्वारा रावण का बध हुआ। इस युद्ध में रावण के भाई विभीषण ने मुख्य भुमिका निभाई और प्रभु राम को बताया कि रावण के नाभी में जब तक बाण नहीं लगेगा तब तक रावण की मृत्यु असंभव है तब प्रभु राम ने रावण के नाभि मे बाण मारा और रावण की मृत्यु हुई । इसके बाद रावण के पुतले मे आग लगाई गयी और रावण धू-धू कर जल गया और पुरी अयोध्यारूपी नगरी में जय जयकारा लगा।


हनुमान के किरदार में जितेश्वर पाण्डेय, रावण के किरदार में संजय पाण्डेय, कुम्भकरण के किरदार में सियालाल पाण्डेय आदि की भूमिका रही।
कमेटी के संयोजक ब्रजेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष दयानंद,
देवेंद्र सिंह, दीपक सिंह,रिकू,राहुल पांडेय, बृजेश शर्मा का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।

कल से दो दिन तक भरत मिलाप का कार्यक्रम किया जाएगा और इसी क्रम में कमेटी द्वारा रात्रि में नाटक का मंचन भी किया जाएगा।

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