ट्रंप-मोदी की दोस्ती से बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है : निक्की हेली


वाशिंगटन। भारतीय मूल की अमेरिकी नेता निक्की हेली ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत रवाना होने से पहले कहा कि राष्ट्रपति और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती से बहुत कुछ हासिल किया जा सकता है। ट्रंप प्रशासन के शुरुआती दो वर्षों में संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की दूत रहीं और किसी राष्ट्रपति प्रशासन में पहली कैबिनेट रैंक वाली भारतीय-अमेरिकी हेली ने कहा कि वह ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया की भारत यात्रा पर गौरवान्वित हैं। शीर्ष रिपब्लिकन नेता ने ट्वीट किया, “अमेरिका और भारत विश्व के दो सबसे बड़े लोकतंत्र हैं और कई मूल्यों को साझा करते हैं। मोदी और ट्रंप की दोस्ती से काफी लाभ लिया जा सकता है।”



 

व्हाइट हाउस के पूर्व अधिकारी पीटर लावोय ने कहा कि ट्रंप-मोदी शिखर सम्मेलन, “अहम होगा” क्योंकि सुरक्षा संबंध आगे बढ़ेंगे, अफगानिस्तान मुद्दे का हल निकलेगा, व्यापार मतभेद कम होंगे, ऊर्जा संबंधों में सुधार होगा और रक्षा समझौते होंगे। न्यूयॉर्क के अटार्नी रवि बत्रा ने कहा, “सभी अमेरिकी 1.3 अरब भारतीयों की ओर देख रहे हैं जो गर्मजोशी से अमेरिका का स्वागत करेंगे जैसा कि अमेरिका यहां कर रहा है। हमारे देश के आदर्श वाक्य (ई प्लूरिबस यूनम) का यह भी मतलब है : दो गौरवान्वित राष्ट्र, इतिहास से निकल कर संयुक्त मंजिल की तरफ बढ़ रहे हैं।” बत्रा ने भारत से हार्ले-डेविडसन सुपर बाइक पर आयात शुल्क घटा कर शून्य प्रतिशत करने की अपील की और कहा कि दोनों देश बादाम जैसे द्विपक्षीय कृषि उत्पादों में व्यापार करें। 


अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अमित कुमार ने इस ओर ध्यान दिलाया कि ट्रंप और मोदी दोनों “राष्ट्र हितों” की बात करते हैं और कहा कि रक्षा एवं ऊर्जा में सहयोग बढ़ाने और आतंकवादसे निपटने तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक एवं सैन्य सुरक्षा की रक्षा करने में दिखे उनके समन्वय से दोनों नेताओं ने परस्पर निर्भर एवं सम्मिलित हितों के जरिए अपने-अपने देश के हितों को आपस में जोड़ लिया है और दोनों द्विपक्षीय दृष्टिकोण साझा करते हैं। ग्लोबल रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट्स, एजुकेशन इंस्टीट्यूश्नस एंड हॉस्पिटल्स के सलाहकार अल मेसन ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप का भारत दौरा विश्व के सबसे बड़े एवं प्राचीन लोकतंत्रों के संबंधों में ऐतिहासिक मील का पत्थर है।” उन्होंने कहा, “यह 100 वर्षों में एक बार होने वाला कार्यक्रम है।”


मेसन ने कहा, “यह राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के आकर्षक व्यक्तित्व को दिखाता है।” सांसद एलन लोवनथल ने ट्वीट में कहा कि भारत एक अहम साझेदार है, “लेकिन वहां मानवाधिकारों के लिए बढ़ते खतरों को नजरअंदाज कर अमेरिका गलत कर रहा है।” उन्होंने कहा, “हम बेजुबानों की आवाज बनने की अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकते।” भारतीय-अमेरिका इसाई संगठनों के संघ (एफआईएओसीओएनए) ने एक बयान में व्हाइट हाउस को मीडिया को यह बताने के लिए धन्यवाद दिया कि ट्रंप मोदी के समक्ष धार्मिक स्वतंत्रता का मुद्दा उठाएंगे।

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